{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=कविता भट्ट|अनुवादक=|संग्रह=}}{{KKCatHaiku}}<poem>
1
चाँदनी रात
जाने किया क्या
4
'''साँझ-सवेरे''''''हिचकियाँ दे रही ''' '''संदेश तेरे'''
5
न कोई बाँचा
मन-कल्पना
7
'''है अपना - सा''''''इतनी अवधि से ''' '''ओ! तू था कहाँ'''
8
सुकून पाया
दुनिया का ना डर
तू न रूठना
<poem>
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