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"किरकली रोटी / बबली गुज्जर" के अवतरणों में अंतर

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दिखा देती हो हमें कोई सुंदर तस्वीर
 
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हम पिता को खो चुकी बच्चियां
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हम पिता को खो चुकी बच्चियाँ
उस भूखे बालक सी रह जाती हैं तरसती
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उस भूखे बालक- सी रह जाती हैं तरसती
जिसे भिक्षा में मिली एकलौती रोटी
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जिसे भिक्षा में मिली इकलौती रोटी
 
ज़मीन पर गिरकर हो गई है किरकली
 
ज़मीन पर गिरकर हो गई है किरकली
  
 
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10:59, 4 जून 2022 के समय का अवतरण

मेरी दोस्त, शायद तुम्हें अजीब लगे,
पर जब तुम अपने बाबा के सीने लगकर
उनका हाथ थामे, उन्हें बाहों में कसकर
दिखा देती हो हमें कोई सुंदर तस्वीर

हम पिता को खो चुकी बच्चियाँ
उस भूखे बालक- सी रह जाती हैं तरसती
जिसे भिक्षा में मिली इकलौती रोटी
ज़मीन पर गिरकर हो गई है किरकली