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प्रेम और नमक / सांत्वना श्रीकांत
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03:22, 16 नवम्बर 2022
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|रचनाकार=सांत्वना श्रीकांत
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प्रेम और नमक
रूपक हैं
मान कर
अवहेलित कर दिया गया..
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वीरबाला
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