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रात कभी दिन तक नहीं पहुँचती,
सर्दी सर्दियाँ कभी गर्मी गर्मियों से नहीं मिलती,वे दूरये एक- दूसरे के विपरीत हैं और एक -दूसरे के विपरीत से दूर रहते हैंहमेशा ।निबंध लेखन,रात और दिन के बीच एक प्रतीक्षालयहैसुबह और शाम के बीच रोजाना रोज़ाना संघर्ष होता है सर्दी और गर्मी के बीच रहता हैरहते हैंवर्षा और हेमंत हेमन्त नाम के दो मिडिल क्लासमध्यवर्गीयसरत और शरद नाम के एक सज्जनजो अक्सर उनके बीच होने वाले झगड़ों में मध्यस्थता करता हैकरते हैं प्रतीक्षा अंतहीन अन्तहीन भी हो सकती हैलोगों को इसका एहसास कभी नहीं होता।होता । पेड़ इस बात को समझते हैं, वे प्रतीक्षा करते हैं,जिस दिन जब रात और दिन से के बीच मेल खाएगीहो जाएगाऔर
सर्दी और गर्मी के बीच कोई दूरी नहीं होगी।
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