|जन्मस्थान=ग्दान्स्क, पोलैण्ड
|कृतियाँ=द टिन ड्रम (प्रसिद्ध उपन्यास), 1999 में साहित्य का [[नोबेल पुरस्कार]]।
|विविध= ग्युण्टर ग्रास ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी की नाज़ीवादी सेना में काम किया था। लेकिन उनका कहना था कि उन्होंने दमन और हत्याओं में सेना का हाथ नहीं बँटाया था। उनका महत्वपूर्ण उपन्यास, द टिन ड्रम, 1959 में प्रकाशित हुआ था। बाद में इस किताब पर बनी फ़िल्म को ऑस्कर और कान में पाल्म डि ओर पुरस्कार मिले। बाद में वह 1990 में जर्मनी के एकीकरण के बहुत बड़े आलोचक रहे और कहते रहे कि यह एकीकरण बहुत जल्दबाज़ी में किया गया था।
|जीवनी=[[ग्युण्टर ग्रास / परिचय]]
}}