}}
{{KKPustak
|चित्र=Phir vahii aakaash.jpg
|नाम=फिर वही आकाश
|रचनाकार=[[रामकुमार कृषक]]
* [[दिन नहीं फिरते / रामकुमार कृषक]]
* [[एक रजैया बीवी-बच्चे / रामकुमार कृषक]]
* [[शहर में गाम जी लेंगे ! / रामकुमार कृषक]]
* ये नहीं बादल / रामकुमार कृषक
* परवती-परबतिया / रामकुमार कृषक
* एक चिथड़ा सुख / रामकुमार कृषक
* मिल्कबूथ दूध दे रहे / रामकुमार कृषक
* [[जनवरी-फरवरी / रामकुमार कृषक]]
* तोलिए सिक्कों से / रामकुमार कृषक
* लोकतन्त्र है / रामकुमार कृषक
* गंध जिनकी देह से / रामकुमार कृषक
* उसे उम्मीद है अब भी / रामकुमार कृषक
* [[दिन-भर तलाशियाँ हुईं / रामकुमार कृषक]]
* कंधे अपने हुए / रामकुमार कृषक
* घाटा नहीं हुआ / रामकुमार कृषक