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'''निकअलाय तीख़ानफ़ के लिए'''
 
मुझे नहीं चाहिए दूसरों की मेज़ों की धूल
नहीं चाहिए आँसू पराये आसमानों के,
हिमनद के साथ बिताने को अपना सारा समय ।
अन्धेरी झीलों के बीच यह मुहल्ला-मेरा है
उद्यान की बाड़ के बीच
लोहे के फूल लिए यह श्याम-श्वेत वस्त्र — मेरा है ।
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