भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"कटघरा / मनजीत टिवाणा / हरप्रीत कौर" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनजीत टिवाणा |अनुवादक=हरप्रीत कौ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(कोई अंतर नहीं)

18:56, 25 सितम्बर 2023 का अवतरण

वे कहते —
तुम्हारा पहली ग़लती, तुम लड़की हो
दूसरी —तुम काली हो
तीसरी —कविता लिखती हो
चौथी —तुम भेड़ियों के शहर में
एक अच्छी बेवक़ूफ़ भेड़ नहीं बन सकी


हमारे देश में
इनमें से एक ग़लती ही
काफ़ी है
ख़ुशियाँ छीनने के लिए...
 
पंजाबी से अनुवाद : हरप्रीत कौर