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|कृतिया= ईश्वरों के साथ जीवन, ग्यारह खण्डों में रचनावली
 
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|विविध=रूसी धार्मिक विचारक, दार्शनिक, रहस्यवादी, कवि, लेखक व आलोचक थे, जिन्हें बीसवीं सदी में रूस के ’आध्यात्मिक पुनरुत्थान’ का प्रेरक माना जाता है। अन्द्रेय व्येली और अलिक्सान्दर ब्लोक जैसे महाकवि इनके ’सार्वभौमवाद’ के दर्शन से प्रभावित थे। इनका मानना था कि ईसाई दर्शन को अलग-अलग सम्प्रदायों में बाँटकर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने मानवजाति के अध्ययन के लिए एक नया नज़रिया प्रस्तुत किया, जो 19वीं सदी के अन्त और 20वीं सदी की शुरुआत में रूसी दर्शन और मनोविज्ञान में प्रमुख स्थान रखता था।
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|विविध=रूसी धार्मिक विचारक, दार्शनिक, रहस्यवादी, कवि, लेखक व आलोचक थे, जिन्हें बीसवीं सदी में रूस के ’आध्यात्मिक पुनरुत्थान’ का प्रेरक माना जाता है। अन्द्रेय ब्येली और अलिक्सान्दर ब्लोक जैसे महाकवि इनके ’सार्वभौमवाद’ के दर्शन से प्रभावित थे। इनका मानना था कि ईसाई दर्शन को अलग-अलग सम्प्रदायों में बाँटकर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने मानवजाति के अध्ययन के लिए एक नया नज़रिया प्रस्तुत किया, जो 19वीं सदी के अन्त और 20वीं सदी की शुरुआत में रूसी दर्शन और मनोविज्ञान में प्रमुख स्थान रखता था।
 
|जीवनी=[[व्लदीमिर सलावियोफ़ / परिचय]]
 
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|अंग्रेज़ीनाम=Vladimir Solovyov  
 
|अंग्रेज़ीनाम=Vladimir Solovyov  

21:38, 18 दिसम्बर 2023 के समय का अवतरण

व्लदीमिर सलावियोफ़
Vladimir Solovyov.jpg
जन्म 28 जनवरी 1853
निधन 13 अगस्त 1900
उपनाम
जन्म स्थान मसक्‍वा, रूस
कुछ प्रमुख कृतियाँ
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विविध
रूसी धार्मिक विचारक, दार्शनिक, रहस्यवादी, कवि, लेखक व आलोचक थे, जिन्हें बीसवीं सदी में रूस के ’आध्यात्मिक पुनरुत्थान’ का प्रेरक माना जाता है। अन्द्रेय ब्येली और अलिक्सान्दर ब्लोक जैसे महाकवि इनके ’सार्वभौमवाद’ के दर्शन से प्रभावित थे। इनका मानना था कि ईसाई दर्शन को अलग-अलग सम्प्रदायों में बाँटकर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने मानवजाति के अध्ययन के लिए एक नया नज़रिया प्रस्तुत किया, जो 19वीं सदी के अन्त और 20वीं सदी की शुरुआत में रूसी दर्शन और मनोविज्ञान में प्रमुख स्थान रखता था।
जीवन परिचय
व्लदीमिर सलावियोफ़ / परिचय
कविता कोश पता
www.kavitakosh.org/

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