भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"मोहब्बत का क़िस्सा / वैभव भारतीय" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=वैभव भारतीय |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCat...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
(कोई अंतर नहीं)

00:46, 25 मार्च 2024 के समय का अवतरण

क़िस्सा मोहब्बत का ना होता तो बता देता
मैं ख़ुद ग़ुमशुदा ना होता तो पता देता।

यहाँ तक आते-आते उतर जाते हैं कितनों के वसंत
मैं अकेला बेरंग हुआ होता तो बता देता।

पता मुझको भी सब है बस बताता नही।
बताने की शर्त ना होती तो बता देता।