Changes

मैं तुम पर इसको मढ़ता हूँ
तुम इसे बिखेरो गेह-गेह ।
है शपथ तुम्हारे तुम्हें करुणाकर की
है शपथ तुम्हें उस नंगे की
जो भीख स्नेह की माँग-माँग
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,345
edits