भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"पाश" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
कुमार मुकुल (चर्चा | योगदान) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
{{KKAnooditRachnakaar | {{KKAnooditRachnakaar | ||
|चित्र= Pash.jpg | |चित्र= Pash.jpg | ||
− | |नाम=अवतार सिंह | + | |नाम=अवतार सिंह संधू |
− | |उपनाम= | + | |उपनाम='पाश' |
− | |जन्म=1950 | + | |जन्म=9 सितम्बर 1950 |
− | |मृत्यु=1988 | + | |मृत्यु= 23 मार्च 1988 |
− | |जन्मस्थान= पंजाब | + | |जन्मस्थान=तलवंडी सलेम, तहसील नकोदर, ज़िला जालंधर (पंजाब) |
− | |कृतियाँ= | + | |कृतियाँ=लौहकथा (1970), उड्ड्दे बाजाँ मगर (1974), साडे समियाँ विच (1978), लड़ांगे साथी (1988), खिल्लरे होए वर्के (1989) |
− | |विविध= | + | |विविध=सिआड़ (1972-73), हेम ज्योति (1974-75) और हस्तलिखित 'हाक'(1982) नामक पत्रिकाओं का सम्पादन। |
|जीवनी=[[पाश / परिचय]] | |जीवनी=[[पाश / परिचय]] | ||
}} | }} | ||
+ | * '''[[लौहकथा / पाश]]''' (कविता-संग्रह) | ||
+ | * '''[[उड्ड्दे बाजाँ मगर / पाश]]''' (कविता-संग्रह) | ||
+ | * '''[[साडे समियाँ विच / पाश]]''' (कविता-संग्रह) | ||
+ | * '''[[लड़ांगे साथी / पाश]]''' (कविता-संग्रह) | ||
+ | * '''[[खिल्लरे होए वर्के / पाश]]''' (कविता-संग्रह) | ||
* [[जब ज़ंजीरें टूटेंगी / पाश]] | * [[जब ज़ंजीरें टूटेंगी / पाश]] | ||
* [[क़ैद करोगे अंधकार में / पाश]] | * [[क़ैद करोगे अंधकार में / पाश]] | ||
* [[सबसे ख़तरनाक / पाश]] | * [[सबसे ख़तरनाक / पाश]] | ||
* [[घास / पाश]] | * [[घास / पाश]] |
01:32, 27 नवम्बर 2008 का अवतरण
अवतार सिंह संधू
जन्म: 9 सितम्बर 1950
निधन: 23 मार्च 1988
उपनाम
'पाश'
जन्म स्थान
तलवंडी सलेम, तहसील नकोदर, ज़िला जालंधर (पंजाब)
कुछ प्रमुख कृतियाँ
लौहकथा (1970), उड्ड्दे बाजाँ मगर (1974), साडे समियाँ विच (1978), लड़ांगे साथी (1988), खिल्लरे होए वर्के (1989)
विविध
सिआड़ (1972-73), हेम ज्योति (1974-75) और हस्तलिखित 'हाक'(1982) नामक पत्रिकाओं का सम्पादन।
जीवन परिचय
अभी इस पन्ने के लिये छोटा पता नहीं बना है। यदि आप इस पन्ने के लिये ऐसा पता चाहते हैं तो kavitakosh AT gmail DOT com पर सम्पर्क करें।
- लौहकथा / पाश (कविता-संग्रह)
- उड्ड्दे बाजाँ मगर / पाश (कविता-संग्रह)
- साडे समियाँ विच / पाश (कविता-संग्रह)
- लड़ांगे साथी / पाश (कविता-संग्रह)
- खिल्लरे होए वर्के / पाश (कविता-संग्रह)
- जब ज़ंजीरें टूटेंगी / पाश
- क़ैद करोगे अंधकार में / पाश
- सबसे ख़तरनाक / पाश
- घास / पाश