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08:53, 1 दिसम्बर 2008 का अवतरण
मेरे घर आयी एक नन्ही परी चान्दनी के हसीन रथ पे सवार
उसके आने से मेरे आंगन मे खिल उठे फुल गुनगुनायी बहार देखकर उसको जी नही भरता चाहे देखू उसे हज़ारो बार
मैने पूंछा उसे कि कौन है तू हंस के बोली कि मै हू तेरा प्यार मै तेरे दिल मे थी हमेशा से घर मे आयी हू आज पहली बार
मेरे घर आयी एक नन्ही परी