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"विनोद / वृन्दावनलाल वर्मा" के अवतरणों में अंतर

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'''1958 में 'समालोचक' (सम्पादक डा० रामविलास शर्मा) में प्रकाशित
 
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09:38, 29 दिसम्बर 2008 के समय का अवतरण

है विनोद बिन जीवन भार
है विनोद बिन जड़ संसार
है विनोद बिन बुद्धि असार
है विनोद बिन देह पहार
है विनोद से बुद्धि विकास
ज्ञान-तंतुओं से परकास
शक्ति कवित्व इसी से निकली
ईश भावना इस से उजली।

1958 में 'समालोचक' (सम्पादक डा० रामविलास शर्मा) में प्रकाशित