Changes

आँखें देखकर / गोरख पाण्डेय

28 bytes added, 12:25, 16 जनवरी 2009
|संग्रह=जागते रहो सोने वालो / गोरख पाण्डेय
}}
[[Category:कविता]]< poem> 
इस दुनिया को
जितनी जल्दी हो बदल देना चाहिये.
 
</poem>