भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बशीर बद्र

87 bytes added, 12:12, 11 फ़रवरी 2007
* [[वो चाँदनी का बदन ख़ुशबूओं का साया है / बशीर बद्र]]
* [[वो ग़ज़ल वालों का उस्लूब समझते होंगे / बशीर बद्र]]
* [[वो महकती पलकों की ओट / बशीर बद्र]]
* [[वो थका हुआ मेरी बाहों में / बशीर बद्र]]
* [[याद किसी की चाँदनी बन कर / बशीर बद्र]]