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19:23, 12 फ़रवरी 2009 के समय का अवतरण
शबनम के कुछ कतरे
यादों के जाल में
धीरे से
चुपके से
बस यूँ ही
आँखों में
उतर आते हैं
कभी ना सच होने के लिए !