मतलब साफ है की बेड़ा पार है
बुध का माउंट
किसी फिल्म फ़िल्म फायनेंसर के
पेट की तरह तना है
अँगूठे पर कैमरे का निशान बना है
हाथ में बुरी तरह फैला है
हीरो बनोगे
क़िस्मत में ख़ूबसुरत ख़ूबसूरत फ़िल्मी लैला है"और सचमुच ही के एक दिन
हमारा दुर्भाग्य जागा
और केतु हमें बम्बई ली ले भागा
एक शाम
थर्ड क्लास होटल में
गधे को हीरो बनाऊँगा
और गधे के भीतर
इंसान की आत्मा दिखाउंगादिखाऊँगा
जब इंसान गधा हो सकता है
तो क्या गधा इंसान नहीं
मिस्टर बकवास मेहरा बेहरा को जानते होउन्होने उन्होंने न जाने
कितने गधों को इंसान बना दिया
उनमें से कइयों ने
जुहू में बंगला बनवा लिया
"मैं भी एक ऐसे ही गधे की तलाश में हूँ
जिसे मेकअप करके शेर देखा सकूं"
हमने सलाह दी-"तुम शेर को ही
शेर को हीरो बनाएंगे
तो सारा मांस वो ही खा जाएगा
हम क्या खाएंगे?"
इस बार
मेरी फ़िल्म का नाम होगा
गधा मेरा यार
थीम सांन सांग लिखेंगे 'गधानंद झक्की'
बोल होंगे, ढेंचू ढेंचू ढेंचू
दुनिया मुझको देखे
मैं दुनिया को देखूं
क्यों भाई कैसा आएडिया आइडिया है
गधे को भी
क्या ग्लेमर ग्लैमर दिया है
भाई साहब!
आज का दर्शक पल्ला नहीं
खुल्लम खुल्ला मांगता है
ख़ामोशी नहीं, हल्ला मंगता हैमैं बिल्ला पर फिल्म फ़िल्म बनाऊंगा
देश के नौजवानों को
जो बिल्ला नहीं सिखा पाया
मैं सिखाऊंगा
राजकपूर ने गलती ग़लती कीफ़िल्म का नाम 'सत्यम शिवम सुन्दरमसत्यम् शिवम् सुन्दरम्' नहीं'नंगम धड़ंगम शरीरमनंगम् धड़ंगम् शरीरम्' रख देता
तो दर्शक स्वीकार कर लेता
तरस तो बेचारी ज़ीनत अमान पर आता है
भारतीय नारी का संस्कार टांका है
फिर भी लोग
बेचारी की नीन्द नींद हराम कर रहे हैं
फ़िल्म में हीरो ने बदनाम किया
बाहर लोग बदनाम कर रहे हैं
मैं ऐसी गलती ग़लती नहीं करुंगा
हीरोइन के लिए
ख़ूबसूरत गधैया तलाशूंगा
तुम्हारा क्या खयाल है।"
वो बोला-"परसेनिलिटी का सवाल है
हाथी मेरे साथी बन चुकी है
वर्ना तुमको लेकर बना देता
बाकी सब ठीक है
चेहरे पर सूंड लटका देता।"