गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
फ़िराक़ गोरखपुरी
22 bytes added
,
10:14, 10 मई 2009
* [[क्यों तेरे ग़म-ए-हिज्र में / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
* [[न जाने अश्क से आँखों में क्यों है आये हुए / फ़िराक़ गोरखपुरी]]
* [[
apna samajh baithe the hum
अपना समझ बैठे थे हम
/ फ़िराक़ गोरखपुरी]]
</sort>
Akpgnp
13
edits