{{KKAnooditRachna
|रचनाकार=नाज़िम हिक़मत
|संग्रह=चलते-फिरते फ़िरते ढेले उपजाऊ मिट्टी के / नाज़िम हिक़मत
}}
[[Category:तुर्की भाषा]]
<poem>
मैं क़िताब पढ़ता हूँ
::तुम उसमें हो
गीत सुनता हूँ
::तुम उसमें हो
खाने बैठा हूँ रोटी
::तुम बैठी हो सामने
मैं काम करता हूँ
::तुम वहाँ मौज़ूद हो
हालाँकि हाज़िर हो तुम सभी जगह
बात नहीं कर सकती तुम मुझ से
सुन नहीं पाते हम आवाज़ एक-दूजे की
सुन नहीं पाते हम आवाज़ एक-दूजे की''' अंग्रेज़ी से अनुवाद : सोमदत्त'''</poem>