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बैठे हैं दो टीलें / नरेश सक्सेना
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14:43, 21 सितम्बर 2009
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:तनिक देर और आसपास रहें
:दूर-दूर सड़क के किनारे पर
सूखे
पत्तोख मे
पत्तो के
धुंधुआते से ढेर,
:एक तरफ़ बैठे हैं दो टीले
:गुमसुम-से पीठ फेर-फेर,
अनिल जनविजय
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