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चंद शेर / बशीर बद्र
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17:20, 16 अक्टूबर 2007
फिर उस के बाद मुझे कोई अजनबी नहीं मिला ।
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मैं कब कहता हूँ वो अच्छा बहुत है
मगर उस नें मुझे चाहा बहुत है ।
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Pratishtha
KKSahayogi,
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