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"कभी पहले भी / अजित कुमार" के अवतरणों में अंतर

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सूनी सांझ, रंगी पगडंडी,
 
सूनी सांझ, रंगी पगडंडी,
 
 
डूबा-डूबा-सा सूरज,
 
डूबा-डूबा-सा सूरज,
 
 
सभी दूसरे पेड़ों से कुछ अलग नीम  
 
सभी दूसरे पेड़ों से कुछ अलग नीम  
 
 
ऊंची-तिरछी…
 
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अरे, यहां तो
 
अरे, यहां तो
 
 
पहले भी मैं आया हूं ।
 
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यही साँझ, ये ही पगडंडी,
 
यही साँझ, ये ही पगडंडी,
 
 
यही सूर्य, यह वृक्ष अकेला …
 
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मुझको यह स कितना परिचित,  
 
मुझको यह स कितना परिचित,  
 
 
निश्चय ही मैं यहां कभी पहले भी आया हूं ।
 
निश्चय ही मैं यहां कभी पहले भी आया हूं ।
 
 
ठीक यहीं पर, इसी डगर पर,
 
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इसी अकेले वृक्ष तले
 
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::आया हूं ।
 
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पहले कभी, इसी जीवन में, पहले कभी,
 
पहले कभी, इसी जीवन में, पहले कभी,
 
 
यहां निश्चय ही आया हूं ।
 
यहां निश्चय ही आया हूं ।
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20:50, 1 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

सूनी सांझ, रंगी पगडंडी,
डूबा-डूबा-सा सूरज,
सभी दूसरे पेड़ों से कुछ अलग नीम
ऊंची-तिरछी…

अरे, यहां तो
पहले भी मैं आया हूं ।

यही साँझ, ये ही पगडंडी,
यही सूर्य, यह वृक्ष अकेला …

मुझको यह स कितना परिचित,
निश्चय ही मैं यहां कभी पहले भी आया हूं ।
ठीक यहीं पर, इसी डगर पर,
इसी अकेले वृक्ष तले
आया हूं ।

पहले कभी, इसी जीवन में, पहले कभी,
यहां निश्चय ही आया हूं ।