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"जिस समय में / कुंवर नारायण" के अवतरणों में अंतर

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जिस समय में
 
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सब कुछ
 
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इतनी तेजी से बदल रहा है
 
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वही समय
 
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मेरी प्रतीक्षा में
 
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न जाने कब से
 
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ठहरा हुआ है !
 
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उसकी इस विनम्रता से
 
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काल के प्रति मेरा सम्मान-भाव
 
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कुछ अधिक
 
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गहरा हुआ है ।
 
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15:50, 4 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

जिस समय में
सब कुछ
इतनी तेजी से बदल रहा है

वही समय
मेरी प्रतीक्षा में
न जाने कब से
ठहरा हुआ है !

उसकी इस विनम्रता से
काल के प्रति मेरा सम्मान-भाव
कुछ अधिक
गहरा हुआ है ।