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"रंग महल / अवतार एनगिल" के अवतरणों में अंतर

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अभी-अभी
 
चम्बा के द्वारों पर
 
चम्बा के द्वारों पर
 
श्यामल 'सांझ' उतरी है
 
श्यामल 'सांझ' उतरी है
 
भीगे धुंधलके में  
 
भीगे धुंधलके में  
 
रंग महल के सिलवटों भरे माथे तले
 
रंग महल के सिलवटों भरे माथे तले
लगा सिंह मुख----
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लगा सिंह-मुख--
पेड़ के गोल ठूंठ--सा
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पेड़ के गोल ठूंठ-सा
  
  
 
मदन की मिट्टी में  
 
मदन की मिट्टी में  
अनुभव का बीज़
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अनुभव का बीज
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युगों के जिस्म में
 
युगों के जिस्म में
 
रक्त-बीज बना
 
रक्त-बीज बना
गर्भ धारण किय्आ है  
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गर्भ धारण किया है  
 
धरती ने
 
धरती ने
  
हवा की हलकी
+
हवा की हल्की
बहुत हलकी पदचाप के साथ
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बहुत हल्की चाप  के साथ
 
कोई अनाम महक  
 
कोई अनाम महक  
 
रंग-महल के निकट भटकती  है
 
रंग-महल के निकट भटकती  है
 
रक्त-बीजों की आभा
 
रक्त-बीजों की आभा
सिल्वटों भरे माथे पर दमकती है।</poem>
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सिल्वटों भरे माथे पर दमकती है।
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20:33, 7 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

अभी-अभी
चम्बा के द्वारों पर
श्यामल 'सांझ' उतरी है
भीगे धुंधलके में
रंग महल के सिलवटों भरे माथे तले
लगा सिंह-मुख--
पेड़ के गोल ठूंठ-सा


मदन की मिट्टी में
अनुभव का बीज
 
युगों के जिस्म में
रक्त-बीज बना
गर्भ धारण किया है
धरती ने

हवा की हल्की
बहुत हल्की चाप के साथ
कोई अनाम महक
रंग-महल के निकट भटकती है
रक्त-बीजों की आभा
सिल्वटों भरे माथे पर दमकती है।