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|संग्रह=मनखान आएगा /अवतार एनगिल
}}
{{KKCatKavita}}<poem>'मैं अपनी सदी का बेटा हूँ'<sup>1</sup>
सदी का दूसरा महायुद्ध जीते हुए
अपनी सदी जैसी,मेरी मां ने