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"महाभारत के बाद / उदय प्रकाश" के अवतरणों में अंतर
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धोबी का लड़का कुछ शैतान है | धोबी का लड़का कुछ शैतान है | ||
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और सभ्यता की उसमें निहायत कमी है | और सभ्यता की उसमें निहायत कमी है | ||
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वह महाभारत देखना चाहता है टी.वी. में और अपने साथ | वह महाभारत देखना चाहता है टी.वी. में और अपने साथ | ||
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अपनी मैली-सी बहन को भी ले आता है | अपनी मैली-सी बहन को भी ले आता है | ||
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एक दिन ऎसा होगा कि यह सीरियल ख़त्म हो चुका होगा | एक दिन ऎसा होगा कि यह सीरियल ख़त्म हो चुका होगा | ||
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फिर तो धृतराष्ट्र | फिर तो धृतराष्ट्र | ||
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पूरी दिल्ली में पूछता फिरेगा किसी धोबी का पता | पूरी दिल्ली में पूछता फिरेगा किसी धोबी का पता | ||
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और उसके कान से टकराएंगी लगातार हार्न की आवाज़ें | और उसके कान से टकराएंगी लगातार हार्न की आवाज़ें | ||
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महाभारत के ख़त्म होने के बाद कालचक्र कहता है कि | महाभारत के ख़त्म होने के बाद कालचक्र कहता है कि | ||
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सिर्फ़ हार्न बजते हैं | सिर्फ़ हार्न बजते हैं | ||
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और खोजने पर भी इन्द्रप्रस्थ में कहीं कोई धोबी नहीं मिलता। | और खोजने पर भी इन्द्रप्रस्थ में कहीं कोई धोबी नहीं मिलता। | ||
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महाभारत के बाद | महाभारत के बाद | ||
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हर किसी के कपड़ों पर दिखाई देते हैं ख़ून के दाग़। | हर किसी के कपड़ों पर दिखाई देते हैं ख़ून के दाग़। | ||
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00:28, 11 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण
धोबी का लड़का कुछ शैतान है
और सभ्यता की उसमें निहायत कमी है
वह महाभारत देखना चाहता है टी.वी. में और अपने साथ
अपनी मैली-सी बहन को भी ले आता है
एक दिन ऎसा होगा कि यह सीरियल ख़त्म हो चुका होगा
फिर तो धृतराष्ट्र
पूरी दिल्ली में पूछता फिरेगा किसी धोबी का पता
और उसके कान से टकराएंगी लगातार हार्न की आवाज़ें
महाभारत के ख़त्म होने के बाद कालचक्र कहता है कि
सिर्फ़ हार्न बजते हैं
और खोजने पर भी इन्द्रप्रस्थ में कहीं कोई धोबी नहीं मिलता।
महाभारत के बाद
हर किसी के कपड़ों पर दिखाई देते हैं ख़ून के दाग़।