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* [[प्रिय, देख मिलन मेरा-तेरा क्यों तारे जलते हैं / हरिवंशराय बच्चन]]
* [[तुम अपने जीवन की गाँठें खोलो, संगिनि, मैं भी खोलूँ / हरिवंशराय बच्चन]]
* [[ चढ़ चल मेरे साथ करें हम इस पर्वत पर प्यार, सहेली / हरिवंशराय बच्चन]]* [[ सखि, अभी कहाँ से रात, अभी तो अंबर लाली / हरिवंशराय बच्चन]]* [[ सबसे कोमल, आयर मधुबन की कलिका का तुम नाम अगर मुझसे पूछो / हरिवंशराय बच्चन]]
* [[ / हरिवंशराय बच्चन]]
* [[ / हरिवंशराय बच्चन]]
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