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* [[यह ठौर प्रतीक्षा की घड़ियों का साखी / हरिवंशराय बच्चन]]
 
* [[यह ठौर प्रतीक्षा की घड़ियों का साखी / हरिवंशराय बच्चन]]
 
* [[मधुर प्रतीक्षा ही जब इतनी, प्रिय, तुम आते तब क्या होता / हरिवंशराय बच्चन]]
 
* [[मधुर प्रतीक्षा ही जब इतनी, प्रिय, तुम आते तब क्या होता / हरिवंशराय बच्चन]]
* [[ / हरिवंशराय बच्चन]]
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* [[मेरे उर की पीर पुरातन तुम न हरोगे कौन हरेगा / हरिवंशराय बच्चन]]
* [[ / हरिवंशराय बच्चन]]
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* [[आज मलार कहीं तुम छेड़े, मेरे नयन भरे आते हैं / हरिवंशराय बच्चन]]
* [[ / हरिवंशराय बच्चन]]
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* [[मैं दीपक हूँ, मेरा जलना ही तो मेरा मुस्काना है / हरिवंशराय बच्चन]]
* [[ / हरिवंशराय बच्चन]]
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* [[मेरे अंतर की ज्वाला तुम घर-घर दीप शिखा बन जाओ / हरिवंशराय बच्चन]]
* [[ / हरिवंशराय बच्चन]]
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* [[हे मन के अंगार, अगर तुम लौ न बनोगे, क्षार बनोगे / हरिवंशराय बच्चन]]
* [[ / हरिवंशराय बच्चन]]
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* [[तन के सौ सुख, सौ सुविधा में मेरा मन बनवास दिया-सा  / हरिवंशराय बच्चन]]
* [[ / हरिवंशराय बच्चन]]
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* [[तुमको छोड़ कहीं जाने को आज हृदय स्वच्छंद नहीं है / हरिवंशराय बच्चन]]
 
* [[ / हरिवंशराय बच्चन]]
 
* [[ / हरिवंशराय बच्चन]]

00:20, 12 नवम्बर 2009 का अवतरण

प्रणय पत्रिका
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रचनाकार हरिवंशराय बच्चन
प्रकाशक सेंट्रल बुक ड़िपो, इलाहाबाद
वर्ष
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
विधा
पृष्ठ १४७
ISBN
विविध
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