|रचनाकार=लुई आरागों
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'''एल्सा की आँखें'''
इन तेरी गहरी आँखों में मैं प्यास बुझाने आया हूँ
इनमें आए हैं निखिल सूर्य झिलमिल करने
एल्सा की आँखें, एल्सा की आँखें, ये आँखे एल्सा की।
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'''मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी
'''इस कविता के अनुवाद में कवि रघुवीर सहाय ने बड़ी सहायता की।
/तनाव-76 अक्टूबर-दिसम्बर 2000 में प्रकाशित</poem>