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मुझे दुनियाँ दुनिया का फलसफ़ा मालूम नहीं है।
बच्चा ख़ुद को नंगा देखकर ख़ुश होता है।
रोज़ मरते हैं। लोगों की आँखों में झाँको
तो न-जाना-सा फलसफ़ा एक खौफ़ की
मांनिंद मानिंद भीतर उतर जाता है। जहाँ बच्चों
की आँखों की नग्नता अँकुराती है।