भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"क्रम / त्रिलोचन" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=त्रिलोचन |संग्रह=अरघान / त्रिलोचन }} पीछे उषाएँ हैं और ...)
 
 
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
 
|संग्रह=अरघान / त्रिलोचन
 
|संग्रह=अरघान / त्रिलोचन
 
}}
 
}}
 
+
{{KKCatKavita‎}}
 +
<poem>
 
पीछे उषाएँ हैं
 
पीछे उषाएँ हैं
 
 
और आगे सन्ध्याएँ पंक्तिबद्ध
 
और आगे सन्ध्याएँ पंक्तिबद्ध
 
 
बीच में मैं मेरा आकाश
 
बीच में मैं मेरा आकाश
 +
</poem>

01:25, 3 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण

पीछे उषाएँ हैं
और आगे सन्ध्याएँ पंक्तिबद्ध
बीच में मैं मेरा आकाश