भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मधुमालती / त्रिलोचन

26 bytes added, 23:34, 21 फ़रवरी 2010
|संग्रह=चैती / त्रिलोचन
}}
{{KKCatKavita}}<poem>
झिझकती आँखों से
 
मैं ने तुम्हें परसा है
 
मधुमालती के फूल,
 
कहीं यह परस
 
तुम्हें खल न जाय
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits