"गोरी दियां झान्जरां / पंजाबी" के अवतरणों में अंतर
Sharda monga (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: <poem>गोरी दियां झान्जरां बुलौन्दिया गैयाँ... गोरी दियां , गलियां दे …) |
Sharda monga (चर्चा | योगदान) |
||
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 5 अवतरण नहीं दर्शाए गए) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
− | <poem>गोरी दियां | + | {{KKGlobal}} |
− | गोरी | + | {{KKLokRachna |
− | + | |रचनाकार=अज्ञात | |
− | गलियां दे | + | }} |
− | गोरी | + | {{KKLokGeetBhaashaSoochi |
− | अथरी | + | |भाषा=पंजाबी |
− | माह़ी | + | }} |
− | राह जांदे | + | <poem> |
+ | गोरी दियां झांजरां बुलौन्दिया गैयाँ... | ||
+ | गोरी दियां , | ||
+ | गलियां दे विच दंड पौन्दियाँ गैयाँ... | ||
+ | गोरी दियां . | ||
+ | अथरी जवानी गल्लां पयी दसदी , | ||
+ | माह़ी गुस्से हो गया न गल वस दी , | ||
+ | राह जांदे राहियाँ नू सुनौन्दिया गैयाँ . | ||
गोरी दियां ............................................. ...! | गोरी दियां ............................................. ...! | ||
− | काले | + | काले जे दुपट्टे ने की पई नीर नी , |
− | घुण्ड | + | घुण्ड विच नैन ओहदे लए घेर ने , |
− | मित्रां | + | मित्रां दा दिल तड़पौन्दिया गैयाँ . |
− | गोरी | + | गोरी दियन ...................................! |
− | सान्बे | + | सान्बे जाण नखरे न अंग अंग दे , |
− | वीणी उठे | + | वीणी उठे नाच्दे बिलोरी रंद गे , |
− | अशिका | + | अशिका दे लहू च नहौन्दिया गैयाँ . |
− | गोरी | + | गोरी दियां .........................................! |
− | सांब | + | सांब के तू रख लै निनाणे गोरिये, |
− | रूप | + | रूप दा सिंगार जालीदार डोरिये, |
− | नूरपुरी | + | नूरपुरी कोल शरामौन्दियाँ गैयाँ . |
− | गोरी | + | गोरी दियां झांजरां...........................! |
− | गलियां | + | गलियां दे विच दंड पौन्दिया गैयाँ . |
− | + | ||
</poem> | </poem> |
01:45, 28 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण
- अंगिका लोकगीत
- अवधी लोकगीत
- कन्नौजी लोकगीत
- कश्मीरी लोकगीत
- कोरकू लोकगीत
- कुमाँऊनी लोकगीत
- खड़ी बोली लोकगीत
- गढ़वाली लोकगीत
- गुजराती लोकगीत
- गोंड लोकगीत
- छत्तीसगढ़ी लोकगीत
- निमाड़ी लोकगीत
- पंजाबी लोकगीत
- पँवारी लोकगीत
- बघेली लोकगीत
- बाँगरू लोकगीत
- बांग्ला लोकगीत
- बुन्देली लोकगीत
- बैगा लोकगीत
- ब्रजभाषा लोकगीत
- भदावरी लोकगीत
- भील लोकगीत
- भोजपुरी लोकगीत
- मगही लोकगीत
- मराठी लोकगीत
- माड़िया लोकगीत
- मालवी लोकगीत
- मैथिली लोकगीत
- राजस्थानी लोकगीत
- संथाली लोकगीत
- संस्कृत लोकगीत
- हरियाणवी लोकगीत
- हिन्दी लोकगीत
- हिमाचली लोकगीत
गोरी दियां झांजरां बुलौन्दिया गैयाँ...
गोरी दियां ,
गलियां दे विच दंड पौन्दियाँ गैयाँ...
गोरी दियां .
अथरी जवानी गल्लां पयी दसदी ,
माह़ी गुस्से हो गया न गल वस दी ,
राह जांदे राहियाँ नू सुनौन्दिया गैयाँ .
गोरी दियां ............................................. ...!
काले जे दुपट्टे ने की पई नीर नी ,
घुण्ड विच नैन ओहदे लए घेर ने ,
मित्रां दा दिल तड़पौन्दिया गैयाँ .
गोरी दियन ...................................!
सान्बे जाण नखरे न अंग अंग दे ,
वीणी उठे नाच्दे बिलोरी रंद गे ,
अशिका दे लहू च नहौन्दिया गैयाँ .
गोरी दियां .........................................!
सांब के तू रख लै निनाणे गोरिये,
रूप दा सिंगार जालीदार डोरिये,
नूरपुरी कोल शरामौन्दियाँ गैयाँ .
गोरी दियां झांजरां...........................!
गलियां दे विच दंड पौन्दिया गैयाँ .