गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
ग़ालिब / जयंत परमार
2 bytes removed
,
16:30, 4 अप्रैल 2010
|संग्रह=
}}
{{
KKCatKavita
KKCatNazm
}}
<poem>
जब भी तुझको पढ़ता हूँ
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits