भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"इंशा अल्लाह खां" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
छो |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 14: | पंक्ति 14: | ||
{{KKShayar}} | {{KKShayar}} | ||
* [[कमर बांधे हुए चलने पे यां सब यार बैठे हैं / इंशा अल्लाह खां]] | * [[कमर बांधे हुए चलने पे यां सब यार बैठे हैं / इंशा अल्लाह खां]] | ||
− | |||
* [[झूठा निकला करार तेरा / इंशा अल्लाह खां]] | * [[झूठा निकला करार तेरा / इंशा अल्लाह खां]] | ||
* [[ज़ोफ आता है दिल को थाम तो लो / इंशा अल्लाह खां]] | * [[ज़ोफ आता है दिल को थाम तो लो / इंशा अल्लाह खां]] |
20:26, 14 अप्रैल 2010 का अवतरण
इंशा अल्लाह खां
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | 1757 |
---|---|
निधन | 1817 |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
इंशा अल्लाह खां / परिचय |
- कमर बांधे हुए चलने पे यां सब यार बैठे हैं / इंशा अल्लाह खां
- झूठा निकला करार तेरा / इंशा अल्लाह खां
- ज़ोफ आता है दिल को थाम तो लो / इंशा अल्लाह खां
- तुम वाक़ई अच्छी लड़की हो / इंशा अल्लाह खां
- अच्छा जो ख़फा हमसे हो तुम ए सनम अच्छा / इंशा अल्लाह खां
- ख्याल कीजिए क्या काम आज मैंने किया / इंशा अल्लाह खां
- छेड़ने का तो मज़ा तब है कहो और सुनो / इंशा अल्लाह खां
- यह जो महंत बैठे हैं / इंशा अल्लाह खां