भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[स्वार्थ की अंधी गुफ़ाओं तक रहे / ओमप्रकाश यती]]
* [[कुछ नमक से भरी थैलियाँ खोलिए / ओमप्रकाश यती]]
* [[दुख तो गाँव-मुहल्ले के भी हरते आए बाबूजी / ओमप्रकाश यती]]
* [[होने में सुबह पलक झपकने की देर है / ओमप्रकाश यती]]
</sort>