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आयातकार सलीब / अवतार एनगिल

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|संग्रह=सूर्य से सूर्य तक / अवतार एनगिल
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उस रात
तभी जाना था मैंने
कि रुपये के का नोट
एक आयताकार सलीब है
जो आदमी को मरने नहीं देती
कुबेर इतना बदसूरत है
कि देखने नहीं देता
डसा-प्रसा ग्रसा सूरज
कुबेर इतना बहरा है
कि सुनने नहीं देता