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रुकी हुई हवा / अवतार एनगिल

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{{KKRachna
|रचनाकार=अवतार एनगिल
|संग्रह=अन्धे कहार / अवतार एनगिल; तीन डग कविता / अवतार एनगिल
}}
{{KKCatKavita}}<poem>ऑपरेशन थिएटर की
पीली रोशनी तले
लेटी है
धानी बालों वाली एक लड़की
जिसकी दीप्त मेली नीली आंखें
अनीस्थीज़िया से बन्द नहीं होतीं
और
अपने गिरवी रखे मस्तक पर
हाथ रखकर
सोचत सोचता है वैज्ञानिक
कि एक कमज़ोर लड़की
बेहोशी की दवा से