अच्छे दिन खरगोन {{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=एकांत श्रीवास्तव |संग्रह=अन्न हैं<br मेरे शब्द />एकांत श्रीवास्तव }}{{KKCatKavita}}लौटेंगे<br /Poem>अच्छे दिन खरगोश हैंलौटेंगेहरी दूब पर<br />उछलते-कूदते<br />और हम<br />गोद में लेकर<br />उन्हें प्यार करेंगे<br /><br />अच्छे दिन पक्षी हैं<br />उतरेंगे<br />हरे पेड़ों की<br />सबसे ऊंची ऊँची फुनगियों पर<br />और हम<br />बहेलिये के जाल से<br />उन्हें सचेत करेंगे<br /><br />अच्छे दिन दोस्त हैं<br />मिलेंगे<br />याञा यात्रा के किसी मोड़ पर<br />और हम<br />उनसे कभी न बिछुड़ने का<br />वादा करेंगे.<br />करेंगे।<br /poem>