भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"वह भी कह गयी थी / लाल्टू" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: वह भी कह गयी थी<br /> दो-एक कठिन अंग्रेजी शब्‍दों से<br /> परख लिया था उसन…)
 
 
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
वह भी कह गयी थी<br />
+
{{KKGlobal}}
दो-एक कठिन अंग्रेजी शब्‍दों से<br />
+
{{KKRachna
परख लिया था उसने मुझे<br />
+
|रचनाकार=लाल्टू
फिर कह गयी<br />
+
|संग्रह= एक झील थी बर्फ़ की / लाल्टू
खत लिखेगी<br />
+
}}
<br />
+
<poem>
छोटी-सी बात<br />
+
वह भी कह गई थी
उसका कहना<br />
+
दो-एक कठिन अँग्रेज़ी शब्‍दों से
सुबह-शाम<br />
+
परख लिया था उसने मुझे
हॅंसना-रोना लड़ना-खेलना<br />
+
फिर कह गई
जैसी छोटी सी घटना<br />
+
खत लिखेगी
<br />
+
 
फिर भी सोचता हूं<br />
+
छोटी-सी बात
वह कह गयी<br />
+
उसका कहना
पर अभी तक नहीं लिखा.<br />
+
सुबह-शाम
<br />
+
हँसना-रोना लड़ना-खेलना
 +
जैसी छोटी सी घटना
 +
 
 +
फिर भी सोचता हूँ
 +
वह कह गई
 +
पर अभी तक नहीं लिखा।
 +
</poem>

01:42, 27 अप्रैल 2010 के समय का अवतरण

वह भी कह गई थी
दो-एक कठिन अँग्रेज़ी शब्‍दों से
परख लिया था उसने मुझे
फिर कह गई
खत लिखेगी

छोटी-सी बात
उसका कहना
सुबह-शाम
हँसना-रोना लड़ना-खेलना
जैसी छोटी सी घटना

फिर भी सोचता हूँ
वह कह गई
पर अभी तक नहीं लिखा।