Changes

आंखें / मुकेश मानस

14 bytes added, 15:30, 16 मई 2010
{{KKCatKavita}}
<poem>
आंखेंतेरी आँखें चँदा जैसीमेरी आँखें काली रात
तेरी आंखें चंदा जैसीआँखों में हैं फूलमेरी आंखें काली रातआँखों में सब धूल
तेरी आंखों में हैं फूलआँखें दुनिया देखेंमेरी आंखों में सब धूलआँखें घूरा नापें
तेरी आंखें दुनिया देखेंआँखें है हरषाईमेरी आंखें घूरा नापेंआँखें हैं पथराई
तेरी आंखें है हरषाईआँखें पुण्य जमीनमेरी आंखें हैं पथराईआँखें नीच कमीन
तेरी आंखें पुन्य जमीनआँखें वेद पुरानमेरी आंखें नीच कमीनआँखें शापित जान
तेरी आंखें वेद पुरानआँखें तेरा जापमेरी आंखें शापित जानआँखें मेरा पाप
तेरी आंखें तेरा जापआँखें पुण्य प्रसूतमेरी आंखें मेरा पापआँखें बड़ी अछूत
तेरी आंखें पुण्य प्रसूतमेरी आंखें बड़ी अछूत'''रचनाकाल : 1997'''
<poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,677
edits