भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"सरिता से बहते जाते / सुमित्रानंदन पंत" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुमित्रानंदन पंत |संग्रह= मधुज्वाल / सुमित्रान…)
 
छो ("सरिता से बहते जाते / सुमित्रानंदन पंत" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite)))
 
(कोई अंतर नहीं)

10:35, 24 मई 2010 के समय का अवतरण

सरिता से बहते जाते
चंचल जीवन पल,
आदि अंत अज्ञात,
ज्ञात बस फेनिल कल कल!
हार गए सब खोज,
मिली पर थाह न निस्तल,
डूब गया जो, पाया
उसने भेद, वह सफल!