Changes

जहाँ तेरा नक़्शे क़दम / ग़ालिब का नाम बदलकर जहां तेरा नक़्शे-क़दम / ग़ालिब कर दिया गया है: title was misspelt
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ग़ालिब|संग्रह= दीवाने-ग़ालिब / ग़ालिब}}
[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>
जहां तेरा नक़्शे-क़दम<ref>पदचिन्ह</ref> देखते हैं
ख़ियाबां-ख़ियाबां<ref>क्यारी-क्यारी</ref> इरम<ref>स्वर्ग</ref> देखते हैं
तेरे सर्वे-क़ामत<ref>सर्व के पेड़ जैसा लंबा कद</ref> से इक क़द्दे-आदम<ref>मनुष्य के क़द जितना</ref>
क़यामत के फ़ित्ने <ref>उपद्रव</ref> को कम देखते हैं
तमाशा कर ऐ महवे-आईनादारी<ref>आईना देखने में मस्त</ref>
कि शब-रौ<ref>रात का राही</ref> का नक़्शे-क़दम देखते हैं
बनाकर बना कर फ़क़ीरों का हम भेस ग़ालिब
तमाशा-ए-अहले-करम<ref>दानियों का तमाशा</ref> देखते हैं
</poem>
{{KKMeaning}}
Delete, Mover, Uploader
894
edits