Changes

*[['मन्त्र पुराने काम नं देंगें, मन्त्र नया पढ़ना है / तृतीय सर्ग/ गुलाब खंडेलवाल]]
*[[जन्मसिद्ध अधिकार मनुज का न्याय-शान्ति पाने का / चतुर्थ सर्ग / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[आ चुके थे पर चतुर नायक पुलिस के / पंचम सर्ग / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[मुँह से उफ् तक किये बिना अधिकारों के हित अड़ना है / षष्ट सर्ग / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[स्वयं वन्दिनी पिंजरे में जब तड़प रही हो माता / सप्तम सर्ग / गुलाब खंडेलवाल]]
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