Changes

"[[खादी के फूल / सुमित्रानंदन पंत]]" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite))
|पृष्ठ=१६९
|ISBN=--
|विविध=यह [[सुमित्रानंदन पंत]] और [[हरिवंशराय "बच्चन"]] जी का संयुक्त कविता संग्रह है।
}}
* [[ अंतर्धान हुआ फिर देव विचर धरती पर / सुमित्रानंदन पंत]]* [[ हाय, हिमालय ही पल में हो गया तिरोहित / सुमित्रानंदन पंत]]* [[ आज प्रार्थना से करते तृण तरु भर मर्मर / सुमित्रानंदन पंत]]* [[ हाय, आँसुओं के आँचल से ढँक नत आनन / सुमित्रानंदन पंत]]* [[ हिम किरीटिनी, मौन आज तुम शीश झुकाए / सुमित्रानंदन पंत]]* [[ देख रहे क्या देव, खड़े स्वर्गोच्च शिखर पर / सुमित्रानंदन पंत]]* [[देख रहा हूँ, शुभ्र चाँदनी का सा निर्झर / सुमित्रानंदन पंत]]* [[देव पुत्र था निश्वय वह जन मोहन मोहन / सुमित्रानंदन पंत]]* [[देव, अवतरण करो धरा-मन में क्षण, अनुक्षण / सुमित्रानंदन पंत]]* [[दर्प दीप्त मनु पुत्र, देव, कहता तुमको युग मानव / सुमित्रानंदन पंत]]* [[प्रथम अहिंसक मानव बन तुम आये हिंस्र धरा पर / सुमित्रानंदन पंत]]* [[सूर्य किरण सतरंगों की श्री करतीं वर्षण / सुमित्रानंदन पंत]]* [[राजकीय गौरव से जाता आज तुम्हारा अस्थि फूल रथ / सुमित्रानंदन पंत]]* [[लो, झरता रक्त प्रकाश आज नीले बादल के अंचल से / सुमित्रानंदन पंत]]* [[बार बार अंतिम प्रणाम करता तुमको मन / सुमित्रानंदन पंत]]  इस संग्रह की बाकी रचनाओं को पढ़ने के लिए यहाँ जाएँ।* '''[[खादी के फूल / हरिवंशराय बच्चन]]'''
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits