भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"पवनेन्द्र पवन" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
पंक्ति 20: | पंक्ति 20: | ||
*[[घूमती है दर-ब-दर ले कर पटारी ज़िन्दगी / पवनेन्द्र पवन]] | *[[घूमती है दर-ब-दर ले कर पटारी ज़िन्दगी / पवनेन्द्र पवन]] | ||
*[[ख़ून ऐसा मुँह लगा है, जंगलों को पार कर / पवनेन्द्र पवन]] | *[[ख़ून ऐसा मुँह लगा है, जंगलों को पार कर / पवनेन्द्र पवन]] | ||
− | |||
*[[उछल कर आसमाँ तक जब गिरा बाज़ार चुटकी में / पवनेन्द्र पवन]] | *[[उछल कर आसमाँ तक जब गिरा बाज़ार चुटकी में / पवनेन्द्र पवन]] | ||
*[[यही आभास होता है शहर से आके गाँवों में / पवनेन्द्र पवन]] | *[[यही आभास होता है शहर से आके गाँवों में / पवनेन्द्र पवन]] | ||
पंक्ति 29: | पंक्ति 28: | ||
*[[अपना-अपना ख़ुदा नहीं होता / पवनेन्द्र पवन]] | *[[अपना-अपना ख़ुदा नहीं होता / पवनेन्द्र पवन]] | ||
*[[राह में ठोकर का सामाँ हाथ मे ख़ंजर लगे / पवनेन्द्र पवन]] | *[[राह में ठोकर का सामाँ हाथ मे ख़ंजर लगे / पवनेन्द्र पवन]] | ||
− | |||
*[[है ढोंग पुण्य का कमाई पाप की तरह / पवनेन्द्र पवन]] | *[[है ढोंग पुण्य का कमाई पाप की तरह / पवनेन्द्र पवन]] | ||
*[[मायूस उसके दर से हो अपनी तौहीन से / पवनेन्द्र पवन]] | *[[मायूस उसके दर से हो अपनी तौहीन से / पवनेन्द्र पवन]] |
10:28, 29 जून 2010 का अवतरण
पवनेन्द्र कुमार गुप्ता
जन्म | 07 मई 1945 |
---|---|
उपनाम | पवन |
जन्म स्थान | नगरोटा बगवाँ |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
पवनेन्द्र पवन / परिचय |
<sort order="asc" class="ul">
- जीवन के निर्माण का हर औज़ार है इनके बस्ते में / पवनेन्द्र पवन
- भूख से लड़ता रोज़ लड़ाई माँ का पेट / पवनेन्द्र पवन
- हाक़िमी आदेश का लहरा के ख़ंजर ले गए / पवनेन्द्र पवन
- अब नदिया में पानी मत लिख / पवनेन्द्र पवन
- घूमती है दर-ब-दर ले कर पटारी ज़िन्दगी / पवनेन्द्र पवन
- ख़ून ऐसा मुँह लगा है, जंगलों को पार कर / पवनेन्द्र पवन
- उछल कर आसमाँ तक जब गिरा बाज़ार चुटकी में / पवनेन्द्र पवन
- यही आभास होता है शहर से आके गाँवों में / पवनेन्द्र पवन
- बाहर योगाभ्यास रे जोगी / पवनेन्द्र पवन
- डाकू तस्कर आज है वन में / पवनेन्द्र पवन
- पीर है सीने में पर्वत के चमक परिधान पर / पवनेन्द्र पवन
- यूँ सड़क तक छोड़ने तो आपको आएँगे लोग / पवनेन्द्र पवन
- अपना-अपना ख़ुदा नहीं होता / पवनेन्द्र पवन
- राह में ठोकर का सामाँ हाथ मे ख़ंजर लगे / पवनेन्द्र पवन
- है ढोंग पुण्य का कमाई पाप की तरह / पवनेन्द्र पवन
- मायूस उसके दर से हो अपनी तौहीन से / पवनेन्द्र पवन
- कम हैं सिपाही फ़ौज में सरदार बहुत हैं / पवनेन्द्र पवन
- सियार जब से शेर का हुआ सलाहकार है / पवनेन्द्र पवन
- गो हवाएँ तो सफ़र के वास्ते अनुकूल हैं / पवनेन्द्र पवन
- दुबली पतली जर्जर काया वक़्त ने कर दी कितनी भारी / पवनेन्द्र पवन
</sort>