भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"तृप्ति / मनोज श्रीवास्तव" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= मनोज श्रीवास्तव |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> ''' तृप्ति ''' …)
 
छो (तृप्ति/ मनोज श्रीवास्तव का नाम बदलकर तृप्ति / मनोज श्रीवास्तव कर दिया गया है)
 
(कोई अंतर नहीं)

18:51, 5 जुलाई 2010 के समय का अवतरण

तृप्ति

गरम-गरम बातों की
अंगीठी पर
संतोष की रोटियां
सेंककर
तृप्त होने से,
तुम्हारे पापी पेट की जुबान
बंद नहीं हो जाएगी.