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"पृथ्वी और सूर्य / नरेन्द्र जैन" के अवतरणों में अंतर

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इतनी बड़ी
 
इतनी बड़ी

02:43, 10 जुलाई 2010 के समय का अवतरण

इतनी बड़ी
पृथ्वी के भीतर
आज दिखी एक और पृथ्वी
लगातार लुढ़कती
टप्पे खाती
छोटे-छोटे हाथों में सधी
गुलाबी सृष्टि
तीता की गेंद
पृथ्वी में घटित होती
एक पृथ्वी है

एक दिन इस पृथ्वी पर
दिखाई देंगे
नदी पेड़ पौधे पहाड़

किसी दिन
तीता की पृथ्वी पर
एक नन्हा सूर्य
चमकेगा