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"बच जाता आदमी / चंद्र रेखा ढडवाल" के अवतरणों में अंतर

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कभी तन की
 
कभी तन की
 
रिश्ता प्यार का
 
रिश्ता प्यार का
कभी दुनियादारी का
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दुनियादारी का
 
बचाने में
 
बचाने में
 
लगी रहती है औरत
 
लगी रहती है औरत
और बच जाता है आदमी
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और बचा रहता
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है आदमी
  
 
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07:09, 17 जुलाई 2010 के समय का अवतरण


बच जाता आदमी
लाज कभी मन की
कभी तन की
रिश्ता प्यार का
दुनियादारी का
बचाने में
लगी रहती है औरत
और बचा रहता
 है आदमी